उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल के असली रंग ईद के बाद देखने को मिलेंगे, लेकिन उससे पहले भी बयानों की बौछार हर पार्टी की ओर से दूसरी पार्टी को निशाना बनाकर की जा रही है। ऐसे में मायावती कैसे पीछे रह सकती हैं।
मायावती ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि सपा और भाजपा एक दूसरे से मिलजुलकर काम करने में यकीन रखते हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि प्रदेश के कानून व्यवस्था बदहाल है और किसानों का बुरा हाल है। केन्द्र सरकार की ओर से सपा सरकार पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इससे साफ हो जाता है कि दोनों की मिलीभगत है।
मायावती के बयान चुनाव के मद्देनज़र आक्रामकता से परे नज़र आ रहे हैं. लगता है मायावती अभी अपनी रणनीति ढंग से नहीं बना पा रहीं.
मायावती ने आगे कहा कि लोकसभा के वादों पर भाजपा बिल्कुल भी खरा नहीं उतरी है। उसके झांसे में आने का वक्त नहीं है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
भाजपा को 15 लाख रुपये और कालाधन की याद दिलाते हुए मायावती ने कहा कि 100 दिन के अंदर काला धन अभी तक वापस नहीं आया। गरीबों को उसमें से 15 लाख रुपये देने की बात कही गयी थी, लेकिन हुआ कुछ नहीं।
भाजपा के बूथ सम्मेलनों को नाटक करार देते हुए मायावती बोलीं कि चुनावी फायदे के लिए सपा और भाजपा मिल गये हैं।
-पॉलिटिक्स.
‘चुनावी फायदे के लिए सपा और भाजपा मिल गये हैं’
Reviewed by Gajraula Times
on
July 03, 2016
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