कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में राजबब्बर को कमान सौंप दी है। उन्हें कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। हाल में प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष निर्मल खत्री के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने राजबब्बर को जिम्मेदारी सौंपी है। चार उपाध्यक्ष भी बनाये गये हैं -राजा रामपाल, इमरान मसूद, राजेश मिश्र और भगवती प्रसाद।
प्रेसवार्ता में कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने पार्टी के नये प्रदेश अध्यक्ष का एलान किया। वहीं गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राज बब्बर यूपी के पैदायशी नेता हैं। वे फिलहाल उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद हैं। वे दो बार उत्तर प्रदेश से लोकसभा के लिए चुने गये हैं। कांग्रेस उन्हें ओबीसी चेहरे के तौर पर मैदान में लायी है।
प्रियंका गांधी को बड़ी जिम्मेदारी को लेकर गुलाम नबी आजाद ने अधिक नहीं बोला, सिर्फ इतना कहा कि वे समय आने पर चुनाव प्रचार करेंगी।
उत्तर प्रदेश में चुनाव को लेकर कांग्रेस में हलचल बढ़ी है। पार्टी ने कई बदलाव किये हैं जिनमें प्रदेश अध्यक्ष ताजा बदलाव है। कांग्रेस को उम्मीद है कि राजबब्बर की भाषण शैली और हाजिर जबावी का उन्हें चुनाव में लाभ मिलेगा। वे ऐसे मुखर व्यक्ति को मैदान में लाये हैं जो अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह निभायेगा।
लेकिन शीला दीक्षित पर अभी कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। माना यह जा रहा है कि शीला को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। उन्हें बड़े ब्राह्मण चेहरे के तौर पर कांग्रेस देख रही है।
-पॉलिटिक्स ब्यूरो.
उत्तर प्रदेश में राजबब्बर आये लेकिन शीला पर संशय बना हुआ है
Reviewed by Gajraula Times
on
July 12, 2016
Rating:
