बसपा सुप्रीमो मायावती पर अभद्र टिप्पणी भाजपा के उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को भारी पड़ी। भाजपा बैकफुट पर आ गयी थी। भाजपा की जिस तरह फजीहत हुई और पार्टी पर दबाव बना उसके बाद तुरंत दयाशंकर पर कार्रवाई की गयी और उन्हें बाहर किया गया। एफआइआर पर बसपा कार्यकर्ता अड़े रहे। हालांकि सपा सरकार ने 36 घंटे का अल्टीमेटम दिया। बसपा कार्यकर्ताओं ने राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन किया और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल कर नारेबाजी की। उसके बाद बसपा बैकफुट पर आ गयी।
बसपाईयों द्वारा दिये नारों पर सवाल उठ रहे हैं। उनकी तीखी आलोचना की जा रही है।
उधर दयाशंकर की पत्नि स्वाति सिंह ने कहा है कि वे नारों से दुखी हैं। उनकी 12 साल की बेटी सदमे में है। वे पूछ रही हैं कि जब उनके पति से गलती हुई है तो कानून सजा देगा। उनके परिवार और बेटियों पर जो अभद्र टिप्पणियां की जा रही हैं, उनका जबाव किस के पास है?
मायावती और नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर केस दर्ज करवाने की बात की जा रही है। भाजपा ने भी नारेबाजी करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा का कहना है कि बसपा को इस मसले पर राजनीति बंद करनी चाहिए। चर्चित गेस्ट हाउस कांड में भाजपा नेताओं ने उनके सम्मान की रक्षा की थी।
सपा ने कहा है कि अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल राजनीति में सही नहीं है। सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि भाषा की मर्यादा का जो उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
-पॉलिटिक्स ब्यूरो.
भाजपा को बैकफुट पर लाने वाली बसपा खुद बैकफुट पर पहुंची
Reviewed by Gajraula Times
on
July 22, 2016
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