पूर्व सांसद और सपा नेता देवेन्द्र नागपाल ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ सपा से नाता तोड़ लिया। उनके भाजपा में जाने के कयास लगाये जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने अभी किसी दल में पहुंचने की घोषणा नहीं की। नागपाल ने इतना जरुर कहा कि बसपा में उन्हें जाना नहीं, कांग्रेस में भी वे नहीं जायेंगे और सपा से उन्होंने नाता तोड़ लिया है। इसी से उनका भाजपा में जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
मालगोदाम रोड स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व सांसद देवेन्द्र नागपाल ने सपा छोड़ने के पीछे उत्पन्न हालात का जिक्र करते हुए जिले, बल्कि पूरे मुरादाबाद मंडल में एक वर्ग विशेष के लोगों द्वारा बहुसंख्यक वर्ग के उत्पीड़न और भेदभाव का सपा पर आरोप लगाया। उन्होंने अमरोहा के दोनों मंत्रियों महबूब अली और कमाल अख्तर के साथ ही विधायक अशफाक खां को एक साथ कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सुनने में ये तीनों एक दूसरे के खिलाफ बताये जाते हैं लेकिन बहुसंख्यक वर्ग के खिलाफ तीनों नेता एकजुट हो जाते हैं।
नागपाल ने कहा कि वर्ग विशेष के लोगों का शोषण किया जा रहा है। उनसे महबूब अली और कमाल अख्तर के परिवार के लोग अवैध वसूली कर रहे हैं। वर्ग विशेष के ग्राम प्रधान, राशन डीलर आदि से जमकर अवैध वसूली की जा रही है। संबंधित कर्मचारियों द्वारा उनका उत्पीड़न कराया जा रहा है। उन्होंने मुरादाबाद मंडल में सपा में एक ही वर्ग के वर्चस्व का हवाला दिया।
गंगा किनारे खनन पर रोक है। फिर भी मंत्री कमाल अख्तर और ब्लॉक प्रमुख हाजी भुट्टो गैर कानूनी ढंग से यहां का रेत बेच रहे हैं। नागपाल ने बताया कि प्रतिदिन कम से कम बीस लाख रुपयों का रेत अवैध खनन कर बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे एनजीटी में इस संबंध में शिकायत लेकर गये हैं।
प्रेस वार्ता में पूर्व सांसद देवेन्द्र नागपाल ने सपा शासन में गौ-हत्या की घटनाओं पर भी रोष जाहिर किया तथा इसके लिए यहां दोनों मंत्रियों और विधायक पर सीधा आरोप लगाया। उन्होंने सवाल किया कि गाय हमारे लिए पूजनीय है। ऐसे में उसकी हत्या करने वाले हमारे कैसे हो सकते हैं? उन्होंने अपने समर्थकों से सपा को सत्ता से बाहर करने का आहवान किया।
पूर्व सांसद नागपाल ने इलाके में डग्गामार बसों और थ्रीव्हीलर वाहनों की बाढ़ का हवाला देकर कहा कि इनपर चौधरी लिखा होता है। उसी से पुलिस आकलन कर लेती है कि ये कमाल अख्तर की बसे हैं। अवैध रुप से ये वाहन चारों ओर चल रहे हैं।
नागपाल ने कहा कि सरकारी नौकर भी इनके दबाव में काम करने को मजबूर हैं। वे वर्ग विशेष के प्रति इसीलिए भेदभाव बरतते हैं। सपा नेताओं के खिलाफ काम करने पर उनके साथ जो सलूक होगा, उसे वे अच्छी तरह जानते हैं।
देवेन्द्र नागपाल ने कहा कि इन्हीं कारणों से उन्होंने उनके साथियों और सैकड़ों समर्थकों ने सपा छोड़ दी। उनके साथ सपा छोड़ने वालों में सपा जिला उपाध्यक्ष वेदपाल सिंह, गजरौला के पूर्व चेयरमेन राजकुमार अग्रवाल, प्रधान संघ के ब्लाक अध्यक्ष संजीव कुमार, डा. एचसी गहलौत, अमरपाल सिंह, योगेन्द्र सिंह, छात्र नेता देवव्रत गूजर, सुरेन्द्र सिंह, रामचन्द गूजर, ओमवीर सिंह, देवेन्द्र सिंह आदि कई सौ लोग शामिल हैं।
नागपाल ने बताया कि वे जल्दी ही विचार विमर्श कर अगला कदम उठायेंगे, लेकिन सपा, बसपा या कांग्रेस में से किसी में भी नहीं जायेंगे।
-पॉलिटिक्स ब्यूरो.
सैकड़ों समर्थकों सहित पूर्व सांसद देवेन्द्र नागपाल ने सपा छोड़ी
Reviewed by Gajraula Times
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July 06, 2016
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