दिल्ली का टैंकर घोटाला सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित के गले की फांस बन कर उभर रहा है। यह बिल्कुल कहना गलत नहीं कि इसके कुछ छींटे मौजूदा मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर नहीं पड़ेंगे। वो अलग बात है कि उनपर उसका प्रभाव कितना होगा, यह एसीबी की जांच के बाद पता चलेगा, लेकिन शीला दीक्षित परेशान नजर आ रही हैं।
घोटाले की जांच कर रहे दिल्ली एसीबी चीफ मुकेश मीणा ने साफ कर दिया है कि टैंकर घोटाले में फाइल में देरी किस वजह से हुई, इसकी पड़ताल होगी. रिपोर्ट जिन लोगों के पास रही, उनसे पूछताछ होगी. यदि सीएम केजरीवाल के पास देरी हुई तो उनसे भी पूछताछ होगी
शीला दीक्षित के जमाने में टैंकर खरीदे गये थे। हाल में उपराज्यपाल नजीब जंग ने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को 400 करोड़ के टैंकर घोटाले की जांच के आदेश दिये। घोटाले में शीला आरोपी हैं। वे उस समय सीएम और जल बोर्ड की प्रमुख थीं।
शीला ने कहा है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। टैंकरों से दिल्ली के निवासियों को पानी मुहैया आज भी कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने लोगों की सेवा की है, घोटाला नहीं किया।
-पॉलिटिक्स ब्यूरो.
टैंकर घोटाला : शीला के बाद केजरीवाल
Reviewed by Gajraula Times
on
June 17, 2016
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