शिवसेना समय-समय पर भाजपा की चुटकी लेने से खुद को रोक नहीं पाती। उसके पास उसका एक मुखपत्र सामना है जिसके सम्पादकीय में अधिकतर राज्य में उसके सहयोगी दल और केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधा जाता है।
सामना के सम्पादकीय में लिखा गया है कि अमेरिका के बराक ओबामा भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी के अच्छे दोस्त बन गये हैं। उनके संबंध इतने गहरे हैं कि अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद बराक ओबामा का परिवार कहीं सूरत, राजकोट, मनाली, पोरबंदर, महाबलेश्वर या दिल्ली में से किसी एक स्थान पर बसने वाला तो नहीं हैं।
"बराक ओबामा के संबंध इतने गहरे हैं कि अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद बराक ओबामा का परिवार कहीं सूरत, राजकोट, मनाली, पोरबंदर, महाबलेश्वर या दिल्ली में से किसी एक स्थान पर बसने वाला तो नहीं हैं"
सामना में लिखा है कि इससे पूर्व किसी अन्य भारत के प्रधानमंत्री को किसी अमेरिकी राष्ट्रपति से इतना प्यार नहीं मिला। शिवसेना ने सवाल उठाया है कि अमेरिका की दोहरी नीति उसी तरह बरकरार है। उसने पाकिस्तान को हथियार देने की अपनी नीति को समाप्त नहीं किया है। एक ओर आतंकवाद से लड़ते हुए भारत को समर्थन दिया जाता है, दूसरी ओर उसी समय पाकिस्तान को एफ-16 जैसे लड़ाकू विमान उपलब्ध कराये जाते हैं। यह बेहद खतरनाक नीति है।
ओसामा बिन लादेन का जिक्र करते हुए सामना में लिखा गया है कि जब अमेरिका ने लादेन को पाकिस्तान में घुस कर मारा तो उसने पाकिस्तान को कोई सूचना नहीं दी। भारत के मुद्दे पर वह पाकिस्तान को चेतावनी ही देता रहता है। शिवसेना ने इसे अमेरिका का दोहरा मापदंड बताया है।
-पॉलिटिक्स ब्यूरो.
'ओबामा भारत बसें तो आश्चर्य नहीं’
Reviewed by Gajraula Times
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June 10, 2016
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