बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर कहा है कि पहले शराब पर पाबंदी लगाइए, योग बाद में करायें। नीतीश कुमार जहां भी होते हैं, उनके भाषण में शराब बंदी का जिक्र होता है। बिहार में जो काम उन्होंने किया है, वह उनके अनुसार सबसे उत्तम कार्य है।
झारखंड के पलामू में नीतीश कुमार बोले कि योग का पहला नियम शराब से दूर रहना है। यदि आप योग को बढ़ाना देने को गंभीर हैं तो पहले शराब पर पाबंदी लगाइए। यह उन्होंने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा।
नीतीश कुमार के मुताबिक पीएम मोदी यदि योग को लेकर गंभीर हैं तो पहले भाजपा शासित राज्यों में शराब पर पाबंदी की घोषणा करें. उनका निशाना योग नहीं, पीएम मोदी दिखे
हालांकि नीतीश ने योग को एक दिन का कार्यक्रम न कहकर जीवन पद्धति बताया।
भारतीय जनता पार्टी ने नीतीश के बयान को लेकर ज्यादा सक्रियता नहीं दिखायी और चुटकी ली कि वे बचपन में योग करते रहे हैं, मगर कभी उसका प्रचार नहीं किया।
नीतीश कुमार को बिहार में चुनाव से पहले किया गया शराबबंदी का वादा जीत दिला गया। अब वे इसे लेकर और भी गंभीर दिखाई पड़ रहे, चाहें उसके पीछे राजनीति कारण हों। उन्होंने पड़ोसी राज्य झारखंड में भी भाजपा से शराब पर बैन की कई बार मांग उठाई है।
-पॉलिटिक्स ब्यूरो.
'योग से पहले शराब पर बैन’
Reviewed by Gajraula Times
on
June 20, 2016
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