अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के एक दिवसीय धरने में वक्ताओं ने भाजपा सरकार की वादाखिलाफी पर रोष जताया तथा आगामी विधानसभा चुनाव में उसे सबक सिखाने को हुंकार भरी। काफूरपुर के जूनियर हाईस्कूल में इस मौके पर अमरोहा जिले के भारी संख्याओं में जाट मौजूद थे।
एक दिवसीय धरने में मौजूद जाटों को संबोधित करते हुए यशपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा में अपना हक मांग रहे किसानों पर भाजपा सरकार जाटों पर अत्याचार कर रही है और उल्टे उन्हें ही बदनाम करने का प्रयास कर रही है। जाटों के खिलाफ गैर जाटों को भड़काने वाले एक भाजपा सांसद के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसे खुला घूमने की छूट दे दी गयी है।
जाट नेता ने कहा कि जाटों को आरक्षण देने का वादा करने वाली भाजपा अपने वादे से मुकर गयी और बेकसूर जाटों पर देशद्रोह जैसे झूठे केस गढकर उन्हें जेल भेजा गया है। जाटों के वोटों से केन्द्र में सत्ता पाने वाली सरकार आज जाटों पर अंग्रेजी सरकार से भी बड़े जुल्म कर रही है।
यशपाल मलिक ने कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे जाटों पर जबरन उल्टे-सीधे आरोप मंढने का प्रयास हो रहा है. उन्होंने निश्चय दोहराया कि हमें अपने जायज अधिकारों के लिए एकजुट होकर मजबूती से आंदोलन चलाना होगा.
यशपाल मलिक ने कहा कि यदि सरकार आसानी से नहीं मानती तो काफूरपुर को जाट आंदोलन का केन्द्र बनाकर उसे राष्ट्रव्यापी विस्तार दिया जायेगा। हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली और मध्य प्रदेश तक के जाटों को एकजुट करके राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ा जायेगा।
इस अवसर पर जिले भर से सभी दलों के जाट नेताओं ने विचार व्यक्त किये जिनमें जिला संयोजक भगत सिंह बोबी, जिलाध्यक्ष अरविन्द चौधरी, चौ. दिवाकर सिंह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख जयदेव सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य वीरेन्द्र सिंह, बलवीर सिंह, महावीर सिंह, करन सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह, विपिन चौधरी आदि के नाम शामिल हैं।
-पॉलिटिक्स ब्यूरो अमरोहा (उत्तर प्रदेश).
भाजपा के खिलाफ एकजुट जाट
Reviewed by Gajraula Times
on
June 13, 2016
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