जाट आरक्षण आंदोलन हरियाणा में शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। आरक्षण और दूसरी मांगों को लेकर जाट समुदाय के लोग 5 जून से धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को जाट आरक्षण को लेकर 8वां दिन रहा। अब जाट समुदाय के लोगों ने 13 जून से आमरण अनशन की चेतावनी दी है।
हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर जाट धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य से मिल रही खबरों के अनुसार सभी जगह शांतिपूर्ण व्यवस्था बनी हुई है।
जाट समुदाय के लोगों का कहना है कि उनकी प्रमुख मांग जाटों को आरक्षण दिलाने की है. दूसरी मांगें हैं पिछले आंदोलन में लोगों पर लगाये मुकदमे वापस लेने की और जाटों को जेल से रिहा कराने की. साथ ही जो लोग आंदोलन में मारे गये हैं उनके परिजनों को मुआवजा दिया जाये.
उनका कहना है कि वे पीछे नहीं हटने वाले। उन्हें सरकार से आरक्षण चाहिए। हालांकि सीएम मनोहर लाल खट्टर के लिए जाट आंदोलन गले की हड्डी की तरह हो गया है। मामला हाइकोर्ट में चल रहा है। सीएम कह चुके हैं कि जाटों को आरक्षण दिलाया जायेगा। सरकार अपने स्तर से प्रयास कर रही है। लेकिन जाटों का कहना है कि सरकार ने पहले भी कुछ नहीं किया। यदि मसौदा ढंग से तैयार किया जाता तो मामला कोर्ट तक न पहुंचता।
हरियाणा में पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों की 55 टुकड़ियां लगायी गयी हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग और रेल लाइनों के दोनों ओर एक किलोमीटर तक धारा 144 लागू की गयी है।
सीएम मनोहर लाल खट्टर जाट मुद्दे पर कितने गंभीर दिखाई दे रहे हैं यह पिछले दिनों दिये गये उनके बयानों से साबित हो गया है। वो अलग बात है कि बाद में सुनने में आया कि उनकी मंशा वह नहीं थी।
-पॉलिटिक्स ब्यूरो.
13 जून से आमरण अनशन
Reviewed by Gajraula Times
on
June 12, 2016
Rating:
