समाजसेवा से राजनीतिक हलचल

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पूर्व सांसद और होटल कारोबारी हरीश नागपाल फिर से समाजसेवा के सहारे चुनावी तैयारी में जुट गये हैं। उन्होंने हसनपुर विधानसभा क्षेत्र में खेल को बढ़ावा देने के लिए बच्चों में निशुल्क क्रिकेट किट वितरित की हैं। साथ ही गरीब परिवारों की बेटियों की शादियां कराने की घोषणा भी की है। वे लगातार हसनपुर में समाजसेवा में कई कार्य और करने वाले हैं। उनके समर्थक अभी इसे चुनावी तैयारी कहने से परहेज कर रहे हैं, जबकि राजनीति के जानकार इसे हरीश नागपाल की चुनावी रणनीति मानकर चल रहे हैं।

हरीश नागपाल के समर्थकों ने हाल ही में हसनपुर विधानसभा क्षेत्र में पहुंच कर कई गांवों में बच्चों को क्रिकेट किट वितरित कीं. उन्हें पूर्व सांसद की समाज सेवाओं की जानकारी भी दी. कुछ स्थानों पर एकत्र लोगों के बीच गरीबों की हर संभव सहायता का भरोसा भी दिलाया गया. जल्दी ही महिलाओं में साड़ियां और पुरुषों को चादरें और कंबल प्रदान करने का काम शुरु किया जाने वाला है.

पूर्व सांसद के एक कार्यकर्ता का कहना है कि गरीब परिवारों की सूचियां तैयार की जा रही हैं। ऐसे परिवारों की बेटियों की शादियों का पूरा खर्च हरीश नागपाल वहन करेंगे। ऐसी कन्यायें हसनपुर से बाहर की भी हों तो कोई बात नहीं। समाजसेवा में जरुरतमंदों की सेवा का बीड़ा पूर्व सांसद ने उठाया है। वे लंबे समय से इस तरह की सेवाओं में संलग्न हैं।

सेवा के लिए हसनपुर ही क्यों?
हसनपुर विधानसभा क्षेत्र को सेवा के लिए चुनने से अनुमान लगाना मुश्किल नहीं कि हरीश नागपाल इस बार विधानसभा चुनाव की तैयारी में हैं। इसके कई कारण हैं। विधानसभा चुनाव निकट आते ही अचानक समाजसेवा शुरु करना। उसके लिए हसनपुर क्षेत्र को ही चुनना जबकि वे गजरौला के मूल निवासी हैं। हसनपुर जिले का सबसे पिछड़ा विधानसभा क्षेत्र है। ऐसे में जनसेवा की वहां अधिक जरुरत है, ऐसे लोग अहसानमंद होते हैं, वे सेवा के बदले मेवा देने में पीछे नहीं हटते। हो सकता है यही सोचकर हसनपुर का चयन किया हो।

निर्दलीय उम्मीदवार होंगे नागपाल?
हरीश नागपाल 2004 में निर्दलीय सांसद विजयी हुए थे। इस बार भी हो सकता है वे निर्दलीय ही मैदान में आयें। वैसे भाजपा ने यहां से कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा। लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने यहां से एक समाजसेवी कंवर सिंह तंवर को, पुराने भाजपाईयों को दरकिनार करके टिकट दे दिया। अभी तक चरचायें हैं कि स्वामी रामदेव के कोटे से उन्हें टिकट मिल गया था। इसी तर्ज पर हरीश नागपाल भी टिकट ले सकते हैं। क्योंकि बाबा रामदेव भाजपा में उतने ही मजबूत हैं जितने तब थे और नागपाल भी धन खर्च करने में तंवर से कम नहीं। बाबा के फंड में वे भी दे सकते हैं। यह केवल अटकल है। उनके समर्थक कह रहे हैं कि वे निर्दलीय रुप में सांसद विजयी हो सकते हैं तो विधानसभा तो उससे बहुत छोटी बात है।

अभी तो समाजसेवा ही है -हरीश
हसनपुर में की जा रही समाजसेवा के बारे में पूछने पर पूर्व सांसद हरीश नागपाल ने बताया कि समाजसेवा से उन्होंने कभी हाथ नहीं खींचे। वे हमेशा जरुरतमंदों की यथासंभव आवभगत करते रहते हैं। इस बार हसनपुर के लोगों की सेवा कर रहे हैं। चुनाव आगे की बात है, उसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता, फिलहाल तो वे समाजसेवा में ही संलग्न हैं।

-पॉलिटिक्स ब्यूरो.

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समाजसेवा से राजनीतिक हलचल समाजसेवा से राजनीतिक हलचल Reviewed by Gajraula Times on June 25, 2016 Rating: 5
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