उत्तर प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव की कुर्सी छिन गयी। उन्हें मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंत्रीमण्डल से बर्खास्त कर दिया।
बलराम यादव की बर्खास्तगी का कारण कौमी एकता दल का सपा में विलय बताया जा रहा है। यह पार्टी माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की दबदबे वाली है। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव को फैसला नागवार गुजरा जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया। हालांकि शिवपाल यादव ने कौमी एकता दल का विलय कराया है। बलराम यादव ने कौमी एकता दल की बहुत पैरवी की थी। उसे लेकर अखिलेश खफा थे।
माना यह भी जा रहा है कि अखिलेश यादव को बिना विश्वास में लिए नये दल का सपा में विलय हुआ है. सुनने में यह भी आ रहा है कि अखिलेश लोकसभा चुनाव से ही बलराम यादव से खफा थे. आजमगढ़ के चुनाव के दौरान बलराम का सहयोग ठीक तरह से नहीं मिला. मंत्रीमंडल में बलराम शामिल तो हुए थे, लेकिन अखिलेश उनके काम से संतुष्ट नहीं थे.
अखिलेश नहीं चाहते कि किसी वजह से पार्टी की छवि खराब हो और विपक्ष को उनपर हमला करने का मौका मिले।
-पॉलिटिक्स ब्यूरो.
बलराम बर्खास्त, अखिलेश खफा!
Reviewed by Gajraula Times
on
June 21, 2016
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